वोट करना आवश्यक क्यों हैं?

भारत में चुनाव एक सतत प्रक्रिया है। चाहे बात केन्द्र की हो, राज्यों की हो अथवा स्थानीय स्तर की, चुनाव हमारी नियमित प्रक्रिया का हिस्सा बन चुके हैं। इसलिए एक जागरूक नागरिक के तौर पर हमें यह समझना भी ज़रूरी है कि आखिर हमारे लिए वोट करना जरूरी क्यों है।

भारत एक लोकतांत्रिक देश हैं जहाँ हर नागरिक को वोट देने का मूल अधिकार हैं। हम अपने मत का प्रयोग करके अपने मन पसंद नेता का चयन कर सकते हैं, जो बेहतर नेतृत्व करने में सक्षम हो, आम लोगों की समस्याओं का समाधान कर सके।

अभी मध्य प्रदेश में पंचायती राज चुनाव होने जा रहे हैं तथा पंचायती राज संस्थाओं के महत्व के बारे में हमने अपने पिछले अंक में बात की थी। आज के इस अंक में हमें मुख्य रूप से इस बात पर सोचना ज़रूरी है कि हमारे लिए मतदान और उसके महत्व के बारे में समझना बेहद ज़रूरी है।

सबसे पहले तो हमारा वोट करना यह दर्शाता है कि हम अपने अधिकार के प्रति संजीदा हैं तथा हमें मालूम है की हमारे वोट का कितना महत्व है। इसके साथ ही हमें वोट करते समय कुछ खास चीजों पर भी ध्यान रखना ज़रूरी है।

वोट करते समय हमें इस बात का विशेष ध्यान रखना होगा कि जिसे हम वोट दे रहे हैं क्या वो वाकई एक लीडर होने की काबिलियत रखता है! हमारा प्रतिनिधि ऐसा होना चाहिए जो हमारे स्थानीय मुद्दों को हर स्तर पर रखने की क्षमता रखता हो। जब ज़्यादा से ज़्यादा लोग वोट करेंगें तो सेवा वितरण पर प्रभाव पड़ेगा क्योंकि चयनित जन प्रतिनिधि की जवाबदेही बढ़ जायेगी। उसे धर्म, जाति  आदि से ऊपर उठकर आम आदमी के हक़ के लिए काम करना होगा। इसलिए आम नागरिकों के लिए सबसे महत्वपूर्ण है की वे वोट द्वारा अपने कर्त्तव्य का पालन करें। अगर हम चाहते हैं की सामाजिक जवाबदेही की कड़ी और मज़बूत हो तो सभी नागरिकों को वोट करने से नहीं चूकना चाहिए।

युवा देश का भविष्य हैं और जब आज के युवा वोट करने के लिए निकलेंगे, तो अवश्य देखेंगे की कौन सी पार्टी ने विकास कार्य को बढ़ावा दिया हैं। अधिक से अधिक वोटर अपनी ज़रुरत के हिसाब से सोचेंगे और “बेरोज़गारी” जैसे मुद्दे के ऊपर वोट करेंगें तो निर्वाचित प्रतिनिधियों को जाति धर्म को छोड़कर विकास पे अपना ध्यान लगाना ही पड़ेगा।

जैसे कि हमने पहले भी जाना वोट के ज़रिये सामाजिक जवाबदेही को मज़बूत करने का मौका मिलता है। मतदान के समय अपने मत का प्रयोग कर के हमें भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज़ उठाने का भी मौका मिलता हैं| यदि जवाबदेही निर्धारण करनी हैं तो देश के लोगो को यह भी समझना होगा की अर्थव्यवस्था का एक बहुत बड़ा कारण हमारा चुनाव के दौरान मतदान नहीं करना हैं। यदि ज़्यादा से ज़्यादा लोग मतदान करेंगे तो यह संभव हैं वही लोग चुन कर देश की सत्ता में आयेंगे जो देश व आम जनता के लिए काम करेंगे।

यदि चुनाव में सही नेता का चयन नहीं होता हैं तो उसका परिणाम भी आपको ही भुगतना होगा। वह अगले 5 साल के लिए उस पद पर रह कर सेवा वितरण पर नकारात्मक प्रभाव डालेगा और शोषण करेगा। इसी वजह से युवाओं को चुनाव में भागीदारी के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए। यदि आज सही नेता का चुनाव हो जाएगा तो वह आने वाले समय के लिए बेहतर काम करके जाएगा। कम प्रतिशत वोट होने के कारण वर्षो से एक ही पार्टी का उम्मीदवार जीत कर आ जाता हैं।

क्या वोट करना या ना करना हमारे जीवन पर कोई मूलभूत तरीके से फर्क ला सकता है? आइए अंत में कुछ आंकड़े देखते हैं। मानव विकास सूचकांक का उपयोग देश के मानव विकास को आंकने के लिए किया जाता हैं।