साथियों के विचार – कुलदीप वर्मा
नमस्ते! मेरा नाम कुलदीप वर्मा है और मैं राजस्थान, जयपुर जिले के जालसू पंचायत समिति के ग्राम देवगुढा का रहने वाला हूँ। देश के प्रधानमंत्री द्वारा स्वच्छ भारत के आह्वान पर जहां शहर स्वच्छता में अग्रसर हैं, वहीं अब यह कवायद गांवों में भी की जा रही है। इसी कड़ी में राजस्थान में जयपुर जिले के जालसू पंचायत समिति की जाहोता ग्राम पंचायत को स्वच्छ भारत मिशन योजना के अंतर्गत राजस्थान राज्य की प्रथम ओडीएफ प्लस (ODF+) ग्राम पंचायत घोषित किया गया। आईये ऐसे ही विकास कार्यों में मैं अपनी भूमिका एवं अनुभवों को आपसे साझा कर रहा हूँ:
सामाजिक कार्यों की बात की जाए तो सामाजिक क्षेत्र में मेरा लगाव बचपन से ही रहा है। आज सामाजिक कार्यों में संलग्न रहते हुए मुझे करीब 7 वर्ष हो चुके हैं। इसी दौरान मैंने जयपुर जिले की सभी पंचायत समितियों के लगभग 500 ग्राम पंचायतों के गांव-गांव एवं ढाणी-ढाणी में जाकर युवा/महिला मंडलों के साथ जुड़कर युवा सशक्तिकरण, महिला सशक्तिकरण, सामाजिक कुरीतियों के खिलाफ अभियान, नशामुक्ति अभियान, स्वास्थ्य, पोषण, शिक्षा, खेलकूद, रक्तदान जल संरक्षण, वृक्षारोपण, स्वच्छ भारत मिशन एवं स्वच्छता के कार्यक्रमों तथा अन्य सामाजिक गतिविधियों में भाग लिया है।
गांव के लोगों में बढ़ती साक्षरता दर ने ग्रामीणों को स्वच्छता, गैर बायोडिग्रेडेबल कचरे के हानिकारक प्रभाव, वृक्षारोपण के महत्व, पर्यावरण एवं जल संरक्षण के प्रति जागरूक किया है। इसी जागरूकता के चलते मैंने और मेरे कुछ साथियों ने मिलकर 13 मई 2018 को “द आर्ट ऑफ़ लिविंग” संस्था के साथ मिलकर सर्वप्रथम ग्राम पंचायत जाहोता में स्वच्छता के लिए ‘जागो जाहोता’ महासफाई अभियान कार्यक्रम की शुरुआत की।
इस अभियान में यहां के स्थानीय लोगों ने हमारा बहुत सहयोग किया। ग्राम पंचायत के कई महत्वपूर्ण स्थान जो स्थान गंदगी से भरे हुए थे, उनको साफ करके वहां बैठने लायक जगह में तब्दील कर दिया। इसमें लोगों का जुड़ाव काफी बढ़ने लगा और देखते-देखते सभी लोगों का सहयोग स्वच्छता अभियान में मिलने लगा।
इस अभियान के दौरान हमारी टीम द्वारा कचरा एकत्र करने के लिए ट्रैक्टर-ट्रॉली लगाई गई, जिसका खर्चा गांव वालों के योगदान से ही संभव हुआ। इसमें हमें घर-घर कचरा इकट्ठा करने के लिए ट्रैक्टर-व ड्राइवर की मज़दूरी का सारा खर्चा गांव के प्रत्येक घर के सहयोग मिला, इस सहयोग से यह व्यवस्था सुचारु रुप से चलती रही। इससे आप अंदाज़ा लगा सकते हैं कि जब हम नागरिक एकजुट होकर किसी उद्देश्य की पूर्ति के लिए प्रतिबद्ध हो जाते हैं, तो निश्चित तौर पर उसमें सफल होने से हमें कोई नहीं रोक सकता।
गाँव में कई महत्वपूर्ण गतिविधियों के अंतर्गत हमने युवाओं से जुड़ाव बढ़ाया तथा गांव के कई लोगों से संपर्क स्थापित हुआ।
इनमें एक सक्रिय युवा जो ग्राम पंचायत की दशा को बदलने वाले थे, उनके साथ मेरा व्यक्तिगत परिचय हुआ। श्री श्याम प्रताप सिंह राठौड़ (सरपंच जाहोता) का कहना था कि हम गांव में शहर जैसी सुविधाएं लाना चाहते थे लेकिन साथ ही गाँवों के पारंपरिक स्वरूप को भी बनाए रखना चाहते थे। इसलिए सरकारी भवनों को गेरू मिट्टी से रंगने और उस पर मांडना बनाने का फैसला किया साथ ही खुले में शौच से मुक्त, धूसर जल प्रबंधन एवं गैर बायोडिग्रेडेबल कचरे का उचित प्रबंधन किया। इसके साथ में लोगों के सहयोग से सरपंच ने स्वच्छता और जल संरक्षण को मुहिम बनाकर कार्य करना शुरू किया तथा वे इसमें निरंतर रूप से सक्रिय रहे। इस सबके फलस्वरूप ग्राम पंचायत जाहोता को स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) योजना के अंतर्गत राजस्थान राज्य की पहली ओडीएफ प्लस (ODF+) ग्राम पंचायत घोषित हुई।
इस मुहिम में मैंने ‘जागो जाहोता’ स्वच्छता के इस अभियान में जुड़कर इसे पूरी तरह से सफल करने में एक पुल की तरह काम किया, जिसका काम हर किसी को एक दुसरे के साथ जोड़ते हुए व्यवस्था को सरल बनाने का रहता है। सामाजिक क्षेत्र में मेरे ऐसे प्रयास आगे भी जारी हैं। अतः आईये हम न केवल सरकार के साथ जुड़कर काम करें बल्कि एक सक्रीय नागरिक के रूप में अपने सामाजिक दायित्वों का भी निर्वहन करें।