सार्वजनिक सेवाओं की राजनीति
By तनुश्री भान | 2nd April 2019 | In amar_ujala | National
इस लेख के जरिये तनुश्री भान बता रही हैं कि कैसे मतदाताओं को उपभोक्ता मानकर दिया जाने वाला राजनीतिक संरक्षण नौकरशाहों को बुनियादी सेवाओं के असमान वितरण के लिए प्रोत्साहित कर सकता है, जिसका खामियाजा गरीबों को भुगतना पड़ता है। इसके लिए लेखिका ने दिल्ली का उदाहरण इस्तेमाल किया है |
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