CM हेल्पलाइन 181 (मध्य प्रदेश)
राज्य की जनता की शिकायतों के निवारण के लिए मध्य प्रदेश सरकार ने CM हेल्पलाइन 181 नाम के पोर्टल की शुरुआत साल में की थी । इस पोर्टल का मकसद फ़ोन कॉल एवं ऑनलाइन शिकायत के माध्यम से लोगों को सरकारी सिस्टम से जुड़ी समस्याओं से निजात दिलाना है|
यह हेल्पलाइन एक कॉल सेण्टर के माध्यम से कार्य करती है जिसके अंतर्गत प्रदेश भर के सभी सरकारी संस्थानों को इसके प्रति उत्तरदायी बनाया गया है| CM हेल्पलाइन पोर्टल से आपको मालुम चलता है कि पूरे प्रदेश में अभी तक कितनी शिकायतें दर्ज की गई हैं तथा उनमें से सरकार द्वारा कितनी शिकायतों का निवारण किया जा चुका है| इसके साथ-साथ राज्य द्वारा चलाई जा रही अन्य योजनाओं की जानकारी भी आप इस पोर्टल पर जा कर देख सकते हैं|
शिकायत एवं अपने सुझाव दर्ज कराने हेतु आप http://cmhelpline.mp.gov.in/ लिंक पर जा सकते है अथवा टोल फ्री नंबर 181 पर कॉल के माध्यम से भी आप संपर्क कर सकते हैं जिसमें किसी भी प्रकार का शुल्क नहीं लगता| 181 पर कॉल कर अपनी शिकायत दर्ज करने या संपर्क करने के लिए प्रतिदिन सुबह 7 बजे से रात्रि 11 बजे तक का समय रखा हुआ है|
इस शिकायत निवारण पोर्टल 181 में आम तौर पर साफ-सफाई, पानी, सड़क और निर्माण, राजस्व, शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क भवन, नामांतरण, बंटवारा जैसी शिकायतें आती हैं।
शिकायत दर्ज करने के लिए आप दिए गए लिंक http://cmhelpline.mp.gov.in/Public/OnlineComplaint.aspx?Agree=%27Yes%27 पर क्लिक करें।
1.शिकायत दर्ज कराने का ऑप्शन खुलने के बाद आप इसमें सभी जरूरी जानकारी को भरें|
2.जानकारी भरने के बाद आप “जन शिकायत को दर्ज करें” ऑप्शन पर क्लिक करें जिसके बाद आपकी शिकायत इस पोर्टल के माध्यम से रिकॉर्ड हो जाएगी।
3.प्रत्येक शिकायत दर्ज करने पर एक ख़ास शिकायत नंबर दिया जाता है जिसकी मदद से आसानी से जाना जा सकता है की वर्तमान मे उस शिकायत की क्या स्थिति है |
CM हेल्पलाइन पोर्टल बेहतर सिस्टम बनाने के लिए सरकार और नागरिकों के बीच संवाद और समाधान का मंच है| सीएम हेल्पलाइन में हर शिकायत के निवारण हेतु चार लेवल बनाए गए हैं। हर लेवल की एक समय सीमा निर्धारित की गयी है, जिसमे समस्या की स्थिति, विभागावर अथवा उसकी प्रकृति के अनुसार कम से कम सात दिन अथवा अधिक से अधिक 30 दिन की समय अवधि निर्धारित की हुई है। यदि किसी लेवल पर शिकायत का निवारण नहीं हो पाता है तो वह अपने आप उसके अगले लेवल पर पहुंच जाती है।
अतः जब सरकार इस तरह के संस्थागत तंत्र बनाती है तो जरूरी है कि एक नागरिक के तौर पर इस तरह के प्लेटफार्म का इस्तेमाल करते हुए स्वयं तथा अपने आस-पास के नागरिकों को लाभ पहुँचाए ।
सरकार के एक ऐसे अधिकारी जो लोगों की शिकायतों का निवारण करने में अपनी भूमिका निभा रहे हैं उनसे हम हेल्पलाइन के बारे में और जानते हैं ।
1. CM helpline मे आप अभी किस पद पर अपनी सेवाएं दे रहे हैं?
CM हेल्पलाइन नोडल अधिकारी
2.आमतौर पर आपके पास लोगों की किस तरह की शिकायतें आती हैं? यदि आप विस्तार से बता पाएं ।
शिकायतों में दो-तीन विभागों से जुड़ी सबसे अधिक शिकायतें आती हैं जो इस प्रकार से हैं:
प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण: अक्सर लोगों की शिकायत रहती है कि आवास योजना की सूची में नाम तो है पर अभी तक उन्हें आवास बनाने के लिए पैसा नहीं मिला है|
पंचायती राज: नल-जल योजना के अंतर्गत गाँव में पानी की समस्या है, मोटर ख़राब होने की वजह से पानी नहीं आ रहा है, पुलिया निर्माण के लिए राशी आयी थी, पर सरपंच और सचिव द्वारा राशी आहरण होने के बाद भी निर्माण कार्य शुरू नहीं किया गया |
सामाजिक न्याय: विधवा पेंशन नहीं मिलने के बारे में शिकायत, समग्र आई डी को अलग कराने के लिए आवेदन, मुख्यमंत्री कन्या विवाह के अंतर्गत राशि नहीं मिलना आदि शिकायतें आती है|
3.शिकायत आने के बाद उसके निवारण की प्रक्रिया किस तरह की रहती है कृपया उसके बारे में बताएं?
जब जनपद पंचायत में CM हेल्पलाइन को लेकर शिकायत आती है तो उसके अनुसार ही हम शिकायतों को सम्बंधित अधिकारियों के पास भेज देते हैं | जैसे की, निर्माण कार्य से सम्बंधित शिकायत को उपयंत्री (इंजीनियर) के पास भेजते है | फिर उसकी जांच होती है, अगर शिकायत सही है तो वह जाँच के दौरान उसका निराकरण कर दिया जाता है| जब शिकायतकर्ता द्वारा अपनी शिकायत के जवाब में ये कह दिया जाता है कि मैं अपनी शिकायत से संतुष्ट हूँ तो उसके बाद उसकी शिकायत को बंद कर दिया जाता है |
4.नागरिकों की शिकायत का निवारण करने में आपको क्या किसी तरह की समस्याएं पेश आती हैं? कृपया विस्तार से बताएं ।
CM हेल्पलाइन पर अधिकतर शिकायते मांग (डिमांड) को लेकर आती है | जैसे की, हमारे गाँव में सड़क नहीं है, गाँव में कीचड़ हो जाता है, ऐसी समस्या का निवारण हम लोग नहीं कर सकते है | जब पंचायत के पास पैसा आएगा तभी हम लोग इसका निवारण कर पाएंगे |
दूसरा उदाहरण यह है की मान लीजिये गाँव में सड़क बन रही है और वह सड़क किसी गाँव के व्यक्ति के आँगन से जा रही हो तो वह शिकायत करते हैं कि हमारी जमीन पर सड़क बना रहे हैं| अब ऐसी समस्या का समाधान कैसे करें? हम लोग समझाने की कौशिश करते हैं कि यह शिकायत सही नहीं है आप इसे वापस ले लीजिये| जो लोग समझदार होते हैं, वे अपनी शिकायत वापस ले लेते हैं | जो शिकायत वापिस नहीं लेते उसे कलेक्टर महोदय के पास भेजा जाता है |
5.क्या आपको अपने काम को बेहतर करने में सरकार से किसी तरह के सपोर्ट की आवश्यकता है ?यदि हाँ तो किस तरह के, कृपया विस्तार से बताएं|
CM हेल्पलाइन में हर एक दिन में 5 से 7 शिकायतें आती हैं, हम लोगों को दुसरे कार्य भी करने होता है | सरकार द्वारा शिकायत निवारण के लिए अलग से ही शाखा बनानी चाहिए ताकि उस शाखा के लोग अपने स्तर पर समस्या का समाधान कर सकें|