‘विभाग द्वारा आंगनवाड़ी केन्द्रों के लिए तय मूल्य पर कोई अपना भवन किराए पर नहीं देना चाहता’
अप्रैल 2020 में शुरू की गई ‘इनसाइड डिस्ट्रिक्ट्स’ श्रृंखला जिला और ब्लॉक स्तर के अधिकारियों, पंचायत पदाधिकारियों, लाभार्थियों और फ्रंटलाइन कार्यकर्ताओं के अनुभवों, चुनौतियों तथा उनके बेहतरीन कार्यों को संजोने का एक अनूठा प्रयास है।
सवाल: वर्तमान में आपकी क्या जिम्मेदारियां हैं? क्या आप वर्तमान में महिला एवं बाल विकास (डब्ल्यूसीडी) विभाग के अलावा अन्य विभागों के साथ कार्य कर रहे हैं?
बाल विकास परियोजना अधिकारी (सीडीपीओ): वर्तमान में, मेरे प्राथमिक कार्यों में आंगनवाड़ी केंद्रों का निरीक्षण और सभी सुपरवाइज़र के साथ मासिक बैठकें आयोजित करना शामिल है, जहां उन्हें आंगनवाड़ी स्तर पर जिला से प्राप्त निर्देशों के कार्यान्वयन के बारे में निर्देशित किया जाता है।
साथ ही गत वर्ष समेकित बाल विकास सेवायें (आईसीडीएस) एवं जिलाधिकारी कार्यालय के तत्वावधान में बैठकें भी हो चुकी हैं। इन बैठकों में पोषण अभियान के तहत मध्यम तीव्र कुपोषण (एमएएम) और गंभीर तीव्र कुपोषण (एसएएम) के बच्चों को सामान्य स्थिति में लाने की रणनीति बनाई जा रही है। हम जिला प्रशासन के साथ इस पर समन्वय कर रहे हैं।
सवाल: वर्तमान में आप किन चुनौतियों का सामना कर रहे हैं? आपके अनुसार इनका समाधान कैसे किया जा सकता है?
बाल विकास परियोजना अधिकारी: वर्तमान में, हमारे कुछ आंगनवाड़ी केंद्र निजी भवनों में चलाए जा रहे हैं तथा इसमें हम रेंट एग्रीमेंट से जुड़ी समस्याओं का सामना कर रहे हैं। विभाग द्वारा निर्धारित दर के हिसाब से कोई भी अपने भवन हमें किराए पर नहीं देना चाहता, जिसमें हमें भवन मालिकों को समझाने में मुश्किल हो रही है। हालांकि विभाग के अपने भवन हैं, परन्तु कम हैं। यदि विभाग किराए के लिए दी गई राशि को बढ़ाने का निर्णय लेता है तो समस्या का समाधान हो सकता है।
सवाल: आंगनवाड़ी केंद्रों को फिर से खोलने को लेकर महिला एवं बाल विकास विभाग की तरफ से कोविड-19 संबंधित क्या दिशानिर्देश दिए गए थे?
बाल विकास परियोजना अधिकारी: विभागीय दिशा-निर्देशों के अनुसार आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को केन्द्रों पर मास्क व सेनेटाइज़र का प्रयोग करने तथा गर्म-पका हुआ भोजन बनाते समय साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखने का निर्देश दिया गया है।. गोदभराई और अन्नप्राशन जैसे समुदाय आधारित कार्यक्रमों के अलावा किसी भी तरह के त्योहारों और मेलों के आयोजन की अनुमति नहीं है।
सवाल: क्या आंगनवाड़ी केंद्रों में पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है?
बाल विकास परियोजना अधिकारी: जी हां, 3 मार्च 2022 से प्रत्येक केंद्र पर गर्म पका हुआ भोजन परोसा जा रहा है। महामारी से पहले की तरह साप्ताहिक मेनू के अनुसार पौष्टिक भोजन परोसा जा रहा है। इसमें नाश्ते में बिस्कुट, दलिया और न्यूट्रीमिक्स और दिन के भोजन में दालें, चावल और खिचड़ी शामिल हैं।
सवाल: महामारी के कारण आंगनवाड़ी केंद्र लंबे समय तक बंद रहे। आपने बच्चों में कुपोषण की स्थिति में क्या बदलाव देखे हैं? अगर कुछ बदला है, तो सरकार द्वारा इसके लिए क्या कदम उठाए जा रहे हैं?
बाल विकास परियोजना अधिकारी: हमने कुपोषण की स्थिति में ज्यादा बदलाव नहीं देखा है। मेरे ब्लॉक में छह बच्चे गंभीर रूप से कुपोषित हैं, जबकि 35 अन्य सामान्य रूप से कुपोषित हैं।
सवाल: प्रारंभिक बचपन देखभाल और शिक्षा (ईसीसीई) पर आपको जिला अथवा राज्य से क्या निर्देश मिले हैं?
बाल विकास परियोजना अधिकारी: हमें अब तक जिला से ईसीसीई से संबंधित गतिविधियां संचालित करने के निर्देश नहीं मिले हैं। वर्तमान में, केंद्र में बच्चों के साथ प्री-स्कूल गतिविधियां संचालित की जा रही हैं।*
सवाल: क्या आंगनवाड़ी कार्यकर्ता अभी भी कोविड-19 महामारी से संबंधित कार्यों का पालन कर रही हैं? अगर ऐसा है, तो वे कौन से कार्य हैं?
बाल विकास परियोजना अधिकारी: नहीं, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को वर्तमान में कोविड-19 से संबंधित कोई अतिरिक्त कार्य नहीं दिया गया है। वे आंगनवाड़ी केंद्र से जुड़े अपने नियमित कार्य कर रही हैं।
सवाल: आपके अनुसार, कोविड-19 महामारी के दौरान, ऐसी क्या चीजें थीं जो सरकार को प्रदान करनी चाहिए थीं, लेकिन नहीं कीं?
बाल विकास परियोजना अधिकारी: पहले हमारे ब्लॉक में सुपरवाइज़र के 10 पद रिक्त थे, जिनमें से केवल 5 पद ही भरे गए हैं। इस वजह से मेरे ऊपर अतिरिक्त जिम्मेदारी है (रिक्त पदों का कार्य भी संभालना है)।
सभी सुपरवाइज़र को डिस्ट्रिक्ट प्रोटेक्शन ऑफिसर के तौर पर अतिरिक्त जिम्मेदारी भी दी गई है, जिसमें उन्हें न्यायालय का चक्कर लगाना पड़ता है।** इससे नियमित कार्य प्रभावित होता है। हमें आंगनवाड़ी केंद्रों की निगरानी और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को दिशा-निर्देश देने में समस्या आ रही है।
यह साक्षात्कार 27 अप्रैल 2022 को हिमाचल प्रदेश में एक बाल विकास परियोजना अधिकारी के साथ आयोजित किया गया था, तथा इसका अनुवाद किया गया है।