शासन के सितारे :नरदेव सिंह राणा

नाम :नरदेव सिंह राणा, प्रवक्ता  

राष्ट्रीय अध्यापक पुरस्कार 2020 से सम्मानित 

जगह :हमीरपुर, हिमाचल प्रदेश 

पद: शिक्षक 

1. आप अभी किस विभाग में और किस पद पे काम कर रहे है ? आपका मुख्य कार्य क्या है ? 

मैं शिक्षा विभाग, हिमाचल प्रदेश में, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला पल्याड, जिला हमीरपुर में रसायन विज्ञान विषय में प्रवक्ता के पद पर कार्यरत हूँ| मुख्य रूप से मेरा कार्य शिक्षक के रूप में बच्चों को गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा देना है |

2. अभी तक के सफर में सरकार से जुड़ के काम करने का अनुभव कैसा रहा है ?

सरकार से साथ जुड़ कर कार्य करने का अनुभव बहुत अच्छा रहा है | विशेष रूप से बच्चों के साथ मिलकर कार्य करना एक नई उर्जा देता है | विभाग और स्कूल प्राचार्यों का मेरे प्रति विश्वास ही है कि 20 वर्षों के अनुभव के आधार पर मुझे मेरी कार्य क्षमता को देखते हुए मुझे अतिरिक्त जिम्मेदारी के लिए हर बार चुना जाता है | मैं सरकार के आदेश को सकरात्मक रूप से और ईमानदारी से लक्ष्य प्राप्ति के लिए कार्य करता हूँ |

3. करियर में अभी तक की क्या बड़ी सफलताएं रही है ? एक या दो के बारे में बताइयें ?

मैं अपने जीवन में सफलता उसे मानता हूँ, जोकि मानसिक रूप से मुझे शांति देती है | स्कूल के अंदर बच्चों की समस्याओं को दूर करने का प्रयास करता हूँ | स्कूल बच्चों को विभिन्न प्रतियोगितायों व मंच के लिए जिला स्तर, राज्य स्तर और राष्ट्रीय स्तर पर विज्ञान मेले के लिए तैयार करवाया | जिससे बच्चों ने पहला और दूसरा स्थान हासिल किया | चंबा जिला के पिछड़े क्षेत्र तेलका में रेड क्रास द्वारा प्रतियोगिता का आयोजन किया गया | मैं बताना चाहूँगा कि कुल 26 पुरस्कारों में 18 पुरस्कारों को हमारे स्कूल के बच्चों ने हासिल किया | एक अवसर के अंतर्गत बच्चों को भुज (गुजरात) लेने जाने का मौका मिला | जहाँ पर NIC (National Integration Camp) द्वारा आयोजित प्रतियोगिता में यूनिवसिर्टी, कालेज के बच्चों को कम्पीट किया | जहाँ पर हमारे बच्चों ने 7 पुरस्कार हासिल किये | जोकि मेरे और बच्चों के लिए बहुत गर्व की बात है | समाजिक दायित्व के रूप में मेरे स्कूल से थोड़ी दुरी पर नौदान में एक बच्चे की दोनों किडनी खराब हो गई थी | इस बात से परिचित होने पर मैंने स्कूल बच्चों व स्कूल प्रशासन से बच्चे के परिवार की आर्थिक रूप से मदद की सिफारिश की हमे कुछ करना चाहिए | इस में मुझे बच्चों का स्कूल प्रशासन का भरपूर सहयोग मिला | दूसरा बार समाजिक दायित्व को समझते हुए कोटला गाँव, जिला कुल्लू में भीषण अग्निकांड में परिवारों के लिए मदद करने की भावना उत्पन्न हुई, मैंने इसको लेकर बच्चों से बात की हम इसको लेकर क्या कर सकते है, बच्चों से बहुत अच्छे सुझाव आये, मैंने बच्चों से कहा कि इसको लेकर आप अपने अभिभावक से बात कीजिए | आखरी निष्कर्ष पहुचने पर हमने खाध सामग्री, कम्बल, कपड़े गाड़ी में डाल कर वहां पर जाकर उन्हें वितरित किये | इसी के साथ प्रभावित परिवारों की यथासंभव आर्थिक मदद करने का अवसर प्राप्त हुआ |

4. इन सफलताओं के रास्तें में क्या कुछ अनोखी मुश्किलें या परिस्थितियां सामने आयी| इनका समाधान कैसे हुआ ? क्या आप अपने अनुभव से इसका उदाहरण दे सकते है |

हमारे शैक्षणिक ढाँचे के अनुसार एक प्रवक्ता के रूप में बच्चों की पढाई के लिए 45 मिनट से 1 घंटे के अवधि हमारे पास होती है, और कुल मिलाकर यह सम्भव नही है, कि बच्चों का सर्वागीण विकास स्कूल अवधि में पूरा हो जाए | इसके लिए अतिरिक्त समय बच्चों के लिए देना होता है | ऐसे में कुछ नकारात्मक दृष्टिकोण वाले व्यक्तियों ने बाधा उत्पन्न करना शुरू कर दिया | कई बार मुझ पर इस तरह के इलज़ाम लगाये गए कि मैं यह सब अपने निजी लाभ के लिए करता हूँ | परन्तु मैंने आलोचना को प्रशंसा के रूप में हमेशा स्वीकार किया | ऐसी स्थिति का सामना करते हुए मैंने अपनी रणनीती में परिवर्तन किया | बच्चों के अतिरिक्त पढ़ाई की आवश्यकता और बच्चों को प्रतियोगिता के लिए तैयार करने हेतु खाली कक्षा के दौरान, स्कूल खुलने से पहले और बंद होने के बाद 2 घंटे के समय में बच्चों को तैयार करना आरम्भ किया |

5. बेहतर शासन और सेवा वितरण में आप अपना योगदान किस प्रकार देखते है |

हमारे शैक्षणिक संस्थान का कार्य मुख्य रूप से 3 विषयों पर निर्भर करता है : 1) बच्चों का विकास, 2) स्कूल की बुनियादी सुविधाओं का विकास 3) अधिकारी वर्ग द्वारा दिए गए आदेशों को क्रियान्वन करना | मैं यह मानता हूँ, ईमानदारी इन सभी विषयों के अंदर होनी चाहिए, बच्चों के साथ मित्रता पूर्व व्यवहार होना चाहिए | बच्चों की समस्या को ज्यादा से ज्यादा समझने की कोशिश होनी चाहिए |

6. अपने काम के किस पहलु से आपको ख़ुशी मिलती है ?

मेरे लिए ख़ुशी वही है, जब किसी योजना में समुदाय, स्कूल प्रशासन और बच्चों का सहयोग मिलता है | बच्चों के साथ की गई मेहनत और उनके द्वारा किये गए प्रयत्नों को सफल होते हुए देखता हूँ तो वह पल मुझे ख़ुशी देते है |

7. अच्छे अधिकारी के 3 जरुरी गुण?

एक अच्छे अधिकारी के गुण : 1) कार्य को समय सीमा के अंदर करने वाला होना चाहिए 2. अपने कार्य के प्रति ईमानदार, 3) नवाचार के माध्यम से सरकार की नीतियों को बेहतर रूप से क्रियान्वन करने का गुण होना चाहिए |

8. काम से सम्बन्धित वह जिम्मेदारी जिसमे सबसे ज्यादा मजा आता हो ?
कार्य में मुझे बच्चों को पढ़ाना और उनकी समस्याओं को हल करने बेहद पसंद है | प्रतियोगिता के लिए बच्चों को तैयार करना अच्छा लगता है |

9. अपने क्षेत्र में कोई ऐसा काम जो आप करना चाहते है मगर सरंचनात्मक और संसाधन की सीमाएं आपको रोक देती है ?

मैं यह समझता हूँ, वर्तमान समय मशीनी युग व तकनीकी युग के रूप में जाना जाता है | हमारी शिक्षा प्रणाली में बच्चों को संस्कृति, संस्कारों व समाजिक मूल्यों को लेकर शिक्षित नही किया जाता है | बड़ों व बजुर्गों का आदर, समाज के प्रति बच्चों के कर्तव्य क्या है, इसके प्रति बच्चों को शिक्षित करने की आवश्यकता है | मैं यह अपेक्षा करता हूँ, कि शैक्षणिक संस्थानों के लिए एक ऐसा पाठ्यक्रम तैयार किया जाना चाहिए | जहाँ पर बच्चों को समाजिक मूल्यों के प्रति उन्हें शिक्षित किया जाए |

10. कोई ऐसी बातें जो आपको लगता है कि होनी चाहिए ?

मैं यह चाहूँगा, नशा समाज की एक बहुत बड़ी बुराई है | सरकार को देश की अर्थव्यवस्था को चलाने के लिए आय राजस्व आय की जरूरत होती है | ह्म गुजरात और बिहार राज्यों से सीख ले सकते है | मात्र आर्थिक लाभ ही न देखा जाए बल्कि समाज में इसके दुषपरिणामों के बारे में गंभीरतापूर्वक सरकार को इसके लिए सोचना चाहिए | शैक्षणिक संस्थानों में बच्चों के भीतर शिक्षा के साथ अन्य गतिविधियों के लिए बच्चों को विकसित किया जाना चाहिए |