आयुष्मान भारत योजना से कैसे जुड़ें!

आयुष्मान भारत  एक स्वास्थ्य योजना है, जिसे 1 अप्रैल, 2018 को पूरे भारत मे लागू किया गया था।  इस योजना का उद्देश्य आर्थिक रूप से कमज़ोर परिवारों  (बीपीएल धारक) को स्वास्थ्य बीमा प्रदान कराना है। इसके अन्तर्गत आने वाले प्रत्येक परिवार को 5 लाख तक का कैशरहित स्वास्थ्य बीमा उपलब्ध कराया जाता है। 

इस योजना के दो भाग हैं:

राष्ट्रीय स्वास्थ्य सुरक्षा योजना:

  • आयुष्मान भारत-राष्ट्रीय स्वास्थ्य सुरक्षा योजना, 10 करोड़ गरीब और कमज़ोर परिवारों (लगभग 50 करोड़ लाभार्थियों) को कवर करती है। जिसमें हर परिवार के लिये, प्रति वर्ष 5 लाख रुपये का स्वास्थ्य बीमा माध्यमिक और तृतीयक स्तर पर अस्पताल में ईलाज के कवरेज लिए प्रदान किया जाता है।
  • योजना का लाभ पूरे देश में कहीं भी लिया जा सकता है और इस योजना के अंतर्गत आने वाले लाभार्थी को देश भर के चिन्हित सार्वजनिक या निजी चिन्हित अस्पताल से कैशलेस (बिना पैसे दिये) लाभ लेने की अनुमति होगी।
  • एस.ई.सी.सी. डेटाबेस में दिए गए मानदंड के आधार पर तय होगा कि कौन इस योजना का पात्र  है। यह लगभग 10.74 करोड़ गरीब, वंचित ग्रामीण परिवारों और विस्तृत शहरी कर्मचारियों के परिवारों को लक्षित करता है ।
  • इस योजना के अंतर्गत कैंसर, दिल की बीमारी, किडनी और लीवर की बीमारी, चिकित्सा, सर्जरी, चिकित्सा और डेकेयर उपचार, डायबटीज समेत 1350 बीमारियों का इलाज  का प्रावधान है। इसी के साथ दवाई खर्च सरकार प्रदान करती है ।

स्वास्थ्य व कल्याण केंद्र:

योजना के अंतर्गत वर्तमान उप-स्वास्थ्य और प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों को स्वास्थ्य और कल्याण केंद्र में परिवर्तित किया जाएगा। बुज़ुर्ग, असहाय, दिव्यांग को टेलीमेडिसन के माध्यम से स्वास्थ्य उपचार दिया जाएगा। जिसमें सी.एच.ओ अहम भूमिका निभाएगी। योजना के अंतर्गत  प्रदान की जाने वाली सेवाओं की सूची इस प्रकार से है:

  • गर्भावस्था देखभाल और मातृ स्वास्थ्य सेवाएं
  • नवजात और शिशु स्वास्थ्य सेवाएं
  • बाल स्वास्थ्य
  • संक्रामक रोग
  • गैर संक्रामक रोग
  • मानसिक बीमारी का प्रबंधन
  • दांतों की देखभाल
  • बुजुर्गों के लिए आपातकालीन चिकित्सा
  • मधुमेह चिकित्सा
  • हाइपरटेंशन 
  • कैंसर जांच

योजना से लाभार्थी कैसे जुड़ें:

  • आवेदक को अपने नज़दीकी जनसेवा केंद्र जाना होगा, जहाँ पर आपका नाम आयुष्मान भारत योजना की सूची में देखा जायेगा।
  • अगर आपका नाम आयुष्मान भारत योजना सूची में उपलब्ध होगा, तो उसके तहत गोल्डन कार्ड दिया जायेगा।
  • इसके बाद आपको अपने सभी दस्तावेज़ों जैसे आधार कार्ड, राशन पत्रिका, पंजीकृत मोबाइल नंबर आदि को जनसेवा केंद्र के एजेंट को देना होगा।
  • एजेंट आपका सफल पंजीकरण करेगा और आपको पंजीकरण आईडी प्रदान करेगा।
  • जनसेवा केंद्र  वाले 10 से 15 दिनों में आयुष्मान कार्ड प्रदान करेंगे और आपको गोल्डन कार्ड बनवाने के लिए 30 रूपये की फीस देनी होगी।
  • योजना में कौन से सार्वजनिक व निजी अस्पताल चिन्हित है, जहाँ पर ईलाज के लिए जा सकते हैं, इसकी जानकारी आयुष्मान भारत की वेबसाईट पर जाकर देख सकते हैं।

अस्पताल से कैसे जुड़ें:   

  • योजना का लाभ लेने के लिए और योजना से जुड़ने के लिए पंजीकृत होना आवश्यक है। इसी के साथ चिन्हित अस्पतालों में आरोग्य मित्र आयुष्मान कार्ड के पंजीकरण में मदद करते हैं।    
  • सर्वप्रथम आपको योजना से चिन्हित निजी व सरकारी अस्पतालों में अपने दस्तावेज़ों जैसे आधार कार्ड, राशन कार्ड, पंजीकृत मोबाइल नंबर आदि  के साथ जाना होगा।
  • इसके बाद आपका नाम जन आरोग्य योजना की सूची में जाँचा जायेगा।
  • इस सूची में नाम आने के बाद ही आपको आयुष्मान कार्ड प्रदान किया जायेगा। 

 योजना का लाभ न मिलने पर कहाँ शिकायत करें:

  • योजना से जुड़ने के लिए 14555 और 1800111565 नंबर डायल करके आपका या आपके परिवार का योजना में नाम है या नहीं, आप लाभ लेने के पात्र हैं या नहीं, ये सभी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। इसके अलावा यदि अस्पताल इलाज के लिए मना करता है तो इसको लेकर अपनी शिकायत दर्ज कर कर सकते हैं। 
  • योजना से सम्बन्धित स्वास्थ्य लाभ या अन्य शिकायत होने पर ऑनलाइन शिकायत https://cgrms.pmjay.gov.in/GRMS/loginnew.htm पोर्टल पर जाकर अपनी समस्या को दर्ज कर सकते हैं तथा साथ ही आप अपनी शिकायत का स्टेट्स भी इस पर जान सकते है।

यदि आप किसी भी योजना के अंतर्गत उसकी प्रशासनिक अथवा वित्तीय व्यवस्था से जुड़े पहलुओं को जानना चाहते हैं तो आप हमें लिख सकते हैं। शासन-प्रशासन से जुड़े किसी भी तरह के सवालों के लिए आप हमें humaari.sarkaar@cprindia.org पर लिखें! हमारी टीम जल्द से जल्द आपके सवालों का जवाब देगी।